नई दिल्ली: भारत के लिए गर्व का पल सामने आया है। GRACE मिशन पर गए भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु वर्मा की अंतरिक्ष से सफल वापसी हो गई है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर 6 महीने के मिशन को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद 16 जुलाई को हिंद महासागर में सुरक्षित स्प्लैशडाउन किया। GRACE (Gravity Research and Cosmic Exploration) मिशन के तहत शुभांशु ने माइक्रोग्रैविटी में जैविक अनुसंधान और रेडिएशन प्रभाव से संबंधित कई महत्वपूर्ण प्रयोग किए। मिशन की समाप्ति के बाद वह GRACE कैप्सूल के साथ पृथ्वी की कक्षा में लौटे और तयशुदा योजना के अनुसार समुद्र में उतरे।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने इस मिशन को भारत के लिए एक “वैज्ञानिक और तकनीकी मील का पत्थर” बताया है। ISRO और नौसेना की संयुक्त रेस्क्यू टीम ने शुभांशु को तुरंत सुरक्षित बाहर निकाला और मेडिकल ऑब्ज़र्वेशन में भेजा।
परिवार और देश का स्वागत
शुभांशु के लौटते ही पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई। ISRO मुख्यालय में कर्मचारियों और वैज्ञानिकों ने तालियों से उनका स्वागत किया, वहीं सोशल मीडिया पर “WelcomeBackShubhanshu” ट्रेंड करने लगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी शुभकामनाएं देते हुए इसे “देश की वैज्ञानिक क्षमताओं की उड़ान” बताया।
🇮🇳 भारत अंतरिक्ष विज्ञान में नई ऊंचाइयों की ओर
GRACE मिशन की सफलता भारत के स्पेस प्रोग्राम को एक नई दिशा देने वाला माना जा रहा है। ISRO के मुताबिक आने वाले समय में भारत अपने मानव अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ और अन्य वैश्विक वैज्ञानिक कार्यक्रमों में और गहरी भागीदारी करेगा। शुभांशु की यह वापसी न सिर्फ एक मिशन की सफलता है, बल्कि करोड़ों भारतीयों के सपनों की जीत भी है।