झारखंड: झारखंड के करीब 2.88 करोड़ राशन कार्डधारकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब हर लाभुक को समय पर और पारदर्शी तरीके से राशन मिलेगा। राज्य सरकार ने जन वितरण प्रणाली में तकनीकी सुधार के तहत 4G ई-पॉस मशीनों से राशन वितरण की नई व्यवस्था लागू करने की तैयारी पूरी कर ली है।
राज्य सरकार ने आधार आधारित बायोमीट्रिक 4G ई-पॉस मशीनें खरीदने के लिए निविदा जारी की थी। इसमें एल-1 (L1) बोलीदाता के रूप में लिंक वेल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का चयन हुआ है। कंपनी को वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया है। प्रति मशीन की कीमत 19,900 रुपये तय की गई है, जिसमें 5 वर्षों का मेंटेनेंस खर्च भी शामिल रहेगा। कंपनी को 8 सप्ताह के भीतर सभी मशीनों की स्थापना (इंस्टॉलेशन) पूरी करनी है। उम्मीद है कि दिसंबर माह से लाभुकों को 4G ई-पॉस मशीनों से अनाज मिलना शुरू हो जाएगा।
4G ई-पॉस मशीनों का लाभ
4G-सक्षम इलेक्ट्रॉनिक पॉइंट ऑफ सेल (ई-पॉस) मशीनें राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता और गति लाने का काम करेंगी।
तेज लेनदेन: 4G नेटवर्क के कारण डेटा ट्रांसफर तेजी से होगा, जिससे राशन वितरण में लगने वाला समय घटेगा।
बेहतर कनेक्टिविटी: धीमी इंटरनेट या नेटवर्क फेल होने की समस्या कम होगी। लाभुकों को लंबी लाइन में इंतजार नहीं करना पड़ेगा, लेनदेन तुरंत पूरे होंगे। 4G नेटवर्क पर डेटा ट्रांसफर अधिक सुरक्षित रहेगा, धोखाधड़ी की संभावना घटेगी। अधिकारी वास्तविक समय में वितरण की निगरानी कर सकेंगे, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी।
































