रांची | झारखंड की राजधानी रांची स्थित सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (CCL) में एक ही अधिकारी के पास तीन-तीन पद होने की चर्चा जोरों पर है। यह अधिकारी हैं डॉ. रत्नेश जैन, जिन पर अब भ्रष्टाचार और निजी लाभ के लिए पद का दुरुपयोग करने के आरोप भी लग रहे हैं।

डॉ. जैन इस समय CCL में सेवा दे रहे हैं, लेकिन वे सितंबर 2025 में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। जोहार LIVE को मिले एक गुप्त पत्राचार में उनके खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पत्र भेजने वाले ने अपनी पहचान गुप्त रखने की बात कही है।
क्या हैं आरोप?
1. तीन पदों का एक साथ प्रभार – CMS डॉ. रत्नेश जैन तीन अलग-अलग जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं, जिससे प्रशासनिक कामों में बाधा आ रही है।
2. मनचाहा रेफरल अस्पताल – आरोप है कि मरीजों को उनकी मर्जी के अस्पताल के बजाय सैमफोर्ड अस्पताल में रेफर किया जाता है, जहां उनकी पत्नी काम करती हैं।
3. रेफरल पेपर में हेरफेर – मरीजों के रेफरल कागजों में व्हाइटनर लगाकर अस्पताल का नाम बदला जाता है।
4. सुरक्षा खर्च का घोटाला – हर महीने सुरक्षा पर ₹50 लाख खर्च के बाद भी अस्पताल में आवारा कुत्ते घूमते हैं, जिससे मरीज और स्टाफ को परेशानी होती है।
5. नर्सिंग घोटाला – उन पर नर्सिंग भर्ती या कार्यप्रणाली से जुड़ा घोटाला करने का भी आरोप है।
डॉ. रत्नेश जैन का पक्ष
डॉ. जैन ने इन आरोपों को पहले से लगाए जा रहे पुराने आरोप बताया। उन्होंने सैमफोर्ड अस्पताल के रेफरल पर सफाई देते हुए कहा कि अब तक सिर्फ तीन मरीज ही वहां भेजे गए हैं। सुरक्षा से जुड़े खर्च पर उन्होंने कहा कि सुरक्षाकर्मी 24 घंटे ड्यूटी में तैनात रहते हैं, लेकिन फिर भी यदि आवारा जानवर आ जाते हैं तो गार्ड उन्हें बाहर निकालते हैं।
CCL जैसे बड़े संस्थान में एक अधिकारी पर इतने सारे आरोप चिंताजनक हैं। अब देखना है कि प्रबंधन या जांच एजेंसियां इस पर क्या कदम उठाती हैं।































